यदि आप मंगली है, तो उपाय जरूर कराएं
यदि मंगल कृपालु नहीं है, तो शादीशुदा जीवन में बाधाएं आ सकती हैं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की चाल का हर आदमी के भाग्य पर अनुकूल और प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसी तरह मंगल भी व्यक्ति के स्वास्थ्य से लेकर पारिवारिक जीवन सभी पर प्रभाव डालता है। पर इसका आशीर्वाद जिस जातक पर पड़ता है, वह जोशीले व साहसी होते हैं। पर पारिवारिक दृष्टिकोण या वैवाहिक की स्थिति को लेकर मंगल के बारे में सकारात्मक बातें नहीं प्रचलित है।
ज्योतिष शास्त्र कहता है कि यदि कुंडली में १,४,६,७,८,१२ अंकों में से किसी कहीं भी मंगल मौजूद हो, तो वह कुंडली मंगली कही जाती है। यदि यह किसी महिला या पुरुष की कुंडली है, तो उसके जीवन में विवाह सबसे बड़ा प्रश्न हो सकता है। और यदि उसका विवाह किसी प्रकार हो भी जाता है, तो उसका दांपत्य जीवन सुखद नहीं रह पता है। मसलन पति पत्नी के बीच सक की दीवार खड़ी हो जाती है और इसके बाद उनमें मतभेद भी हो सकता है। यदि मंगल क्रूर हो जाए, तो पति पत्नी में से किसी एक के साथ आत्महत्या जैसी दुर्घटना भी हो सकती है। इसलिए माता-पिता विवाह से पहले ही अपने बच्चे की कुंडली को विशेषज्ञ ज्योतिषी से दिखला कर उनके लिए सुखी जीवन की नींव रख सकते हैं।
यदि कुंडली ना हो, तो हस्तरेखा के माध्यम से मंगल के दुष्प्रभाव को जानकर उसका निवारण किया जा सकता है। वैसे मंगल से उच्च रक्तचाप, शारीरिक कमजोरी, आदि के अलावा कई तरह की मानसिक परेशानियां भी हो सकती हैं। आप सफल वैवाहिक जीवन की कामना के लिए विवाह पूर्व मंगल से संबंधित अनुष्ठान करवाना लाभप्रद रहता है।
मंगल को ऐसे करें खुश: मंगल दोष निवारण उपाय
-हर मंगलवार को बजरंग बाण का पाठ करना लाभप्रद हो सकता है। या फिर आप दुर्गा सप्तशती का भी पाठ कर सकते हैं।
-बंदरों को केला खिलाना, हनुमान जी को मंगलवार को लड्डू का भोग लगाना भी लाभप्रद होगा।
-लाल रंग इसका अनुकूल रंग है। आप किसी भी ज्योतिषी से परामर्श करके मूंगा रत्न भी धारण कर सकते हैं।
-आप एक निश्चित संख्या तक मंगलवार का व्रत भी कर सकते हैं